उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने ग्राम पंचायत कथेट की प्रधान को किया निलंबित, जानें क्या रहा बड़ा कारण
Chamba News: उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने भटियात विकास खंड की ग्राम पंचायत कथेट की प्रधान को ग्राम पंचायत की आधी बैठकों- सभाओं से अनुपस्थिति के चलते हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम के तहत तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने के आदेश जारी किए हैं।
उपायुक्त की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि खंड विकास अधिकारी भटियात से इस संदर्भ में 23 मार्च 2024 को हासिल जांच रिपोर्ट के अवलोकन तथा 23 अप्रैल 2024 को जारी कारण बताओं नोटिस के तहत प्रधान के उत्तर को संतोषजनक व तथ्यों के विपरीत पाया गया। इसके चलते पंचायत प्रधान को पद से निलंबित किया गया था।
इसके पश्चात उपमंडलाधिकारी भटियात की जांच में भी उपरोक्त आरोप सिद्ध हुए थे। तथा पंचायती राज वित्त नियम के तहत कैश बुक, भुगतान आदेश को हस्ताक्षरित न करना एवं विविध राशि की अदायगी न करने के आरोप सिद्ध पाए गए। उपायुक्त ने ग्राम पंचायत कथेट की प्रधान पद से तत्काल निष्कासित करने के साथ ही प्रधान ग्राम पंचायत की मोहर तथा ग्राम पंचायत से संबंधित कोई भी अभिलेख, चल-अचल संपत्ति होने की अवस्था में तुरंत संबंधित पंचायत सचिव को सौंपने के भी आदेश दिए गए हैं।
संतोषजनक जवाब न देने पर कार्रवाई
उपायुक्त की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि खंड विकास अधिकारी भटियात से इस संदर्भ में 23 मार्च 2024 को हासिल जांच रिपोर्ट के अवलोकन तथा 23 अप्रैल 2024 को जारी कारण बताओं नोटिस के तहत प्रधान के उत्तर को संतोषजनक व तथ्यों के विपरीत पाया गया। इसके चलते पंचायत प्रधान को पद से निलंबित किया गया था।
सोनिया गांधी के बचाव में उतरे मल्लिकार्जुन खड़गे, कहा, राष्ट्रपति का अपमान तो मोदी सरकार ने उसी दिन कर दिया था जब…
President Droupadi Murmu: संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के बाद कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी के बाद सियासत जारी है. भाजपा कांग्रेस पर हमलावर दिख रही है. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर कहा, “शाही परिवार ने राष्ट्रपति मुर्मु का अपमान किया है.”
भाजपा की ओर से लगाए जा रहे हैं आरोप को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान तो मोदी सरकार ने उसी दिन कर दिया था जब नई संसद के उद्घाटन समारोह में उन्हें नहीं बुलाया था. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस या हमारे नेता कभी भी महामहिम राष्ट्रपति या किसी भी नागरिक का अपमान नहीं कर सकते हैं. ये हमारी संस्कृति नहीं है. लोकतंत्र के मंदिर और राम मंदिर – दोनों से हमारी मौजूदा राष्ट्रपति और पिछले राष्ट्रपति जी को भाजपा ने ही जानबूझकर दूर रखा था.”
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे लिखा, “आज Economic Survey ने मोदी सरकार को “सच्चाई का आईना” दिखाया है, अर्थव्यवस्था की दुर्दशा को छिपाने के लिए, भाजपा नेता और मीडिया का एक अंश, सोनिया गांधी जी के वाक्यांश को तोड़-मरोड़ रहें हैं. कांग्रेस पार्टी ने हमेशा महामहिम राष्टपति के पद की मर्यादा का आदर किया है.”
twitter.com/kharge/status/1885…
सोनिया गांधी और राहुल गांधी की टिप्पणी
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को Poor Lady बताया है और कहा कि भाषण के बाद वह थक गई थीं. वहीं राहुल गांधी ने राष्ट्रपति का भाषण को बोरिंग बताया, जिसके बाद राजनीति गरमा गई है. टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर टिप्पणी की थी, उन्होंने कहा, “उनका भाषण हास्यास्पद है. अगर पिछले साल के भाषण से तुलना की जाए तो इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. इससे ये साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल अंदर कुछ नहीं किया है.”
काउंसलर ने 50 छात्राओं के साथ रेप कर बनाए अश्लील वीडियो, फिर किया ब्लैकमेल; आदतें जानकर हो जाओगे हैरान
Maharashtra News: नागपुर में पुलिस ने एक काउंसलर को गिरफ्तार किया है जो काउंसलिंग के बहाने अबतक 50 छात्राओं से दुष्कर्म और ब्लैकमेल कर चुका है। उसकी आदतें सुनकर हैरान हो जाएंगे। नागपुर पुलिस ने एक सनसनी मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक काउंसलर की काली करतूतों का पर्दाफाश हुआ है।
यह शख्स छात्राओं को काउंसलिंग के नाम पर अपने जाल में फंसाता था और फिर उनके साथ दुष्कर्म कर उनका वीडियो बना लेता था और उन्हें ब्लैकमेल किया करता था। सबसे बड़ी बात ये है कि यह काउंसलर सुंदर महिलाओं और लड़कियों को ही अपना निशाना बनाता था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है। इसका पता तब चला जब एक छात्रा ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराई।
मामले के पीड़ित संदीप आर पाटिल ने बताया कि उसने हमारे घर की एक महिला के साथ छेड़खानी की थी। वह स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर गलियों में घूमता था और मौके का फायदा उठाते ही महिलाओं के शरीर को छूने की कोशिश करता था। किसी महिला को सामने से स्पर्श करता था, तो किसी को पीछे से स्पर्श करके भाग जाता था। इन लोगों ने सीसीटीवी फुटेज निकाला जिसमें साफ दिख रहा है कि वह एक महिला को पीछे से छूते हुए भागा जा रहा है। फरियादी ने बताया कि वह बाइक चलाते हुए सुंदर महिलाओं को ही ढूंढता रहता था और उनके साथ ही ये हरकत करता था।
इस शख्स से जुड़ा पहला मामला नवंबर महीने में नागपुर के हुड़केश्वर थाने में दर्ज किया गया था। इसके बाद अबतक तीन केस दर्ज हुए हैं और पुलिस को उम्मीद है कि पीड़तों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। पुलिस ने पीड़ितों से अपील की है कि वे बिना डर के थाने में आएं और अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में बताएं तभी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस मामले में एक कमेटी भी स्थापित की गई है, जिसका नेतृत्व आईपीएस स्तर के अधिकारी कर रहे हैं।
नागपुर के पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने बताया कि आरोपी सर्टिफाइड काउंसलर है और जगह जगह जाकर सेमिनार करता था। वह 12वीं पास कर लेने वालो बच्चों के लिए काउंसलिंग के लिए जगह भी उपलब्ध कराता था। वह लोगों से कहता था कि गांव में जाकर वह काउंसलिंग नहीं कर पाएगा, इसलिए वह छात्रों को शहर में बुलाता था। उसके खिलाफ विविध मामलों में जांच चल रही है।
Vie Des Compagnons | Hayat As Sahabas Français/Arabic | 3 Vols Set
Vie Des Compagnons Les tous premiers parmi les émigrés et les auxiliaires et ceux qui les ont bien suivis, Allah les agrée et ils l’agréent. Il a préparé pour eux des Paradis sous lesquels coulent les ruisseaux, et ils y demeureront éternellement. Voilà l’énorme succès. (Coran, Le Repentir 8/100). Allah a donné son agrément aux sahabas ainsi qu’à tous ceux qui les suivront jusqu’au Jour dernier.
Ce livre est le plus riche recueil des histoires originales les plus touchantes des sahabas. Il recouvre tous les aspects de leur vie et décrit tous les célèbres compagnons du Prophète, Prière et paix sur lui, ainsi qu’un grand nombre de sahabas (qu’Allah les agrée) peu connus du public. Ce livre est un concentré d’héroïsme, de piété, de foi, d’ascétisme, de sacrifices, de sincérité, de pureté d’âme et d’exploits émouvants…Il est le remède efficace contre la monotonie dans la religion et la stagnation dans la foi.
Vie Des Compagnons | Hayat As Sahabas Français/Arabic | 3 Vols Set
Classé par thèmes, le premier tome décrit les efforts déployés pour la religion, le deuxième traite de la fraternité et le troislème de la spritualité. Les trolls tomes sont complémentaires et forment un tout.
Le Premier tome commence par une description détaillée du prêche du Prophète et des compagnons, puis enchaîne avec leur engagement et leurs sacrifices pour la religion en mettant en valeur l’émigration et le soutien des émigrés, et termine par la description de leur jihad très intense dans la voie d’Allah.
Le deuxième tome donne la priorité à la cohésion des musulmans, puis à l’usage des richesses conformément à la volonté d’Allah. Il détaille ensuite le détachement et l’éloignement relativement à ses passions, pour décrire enfin le comportement exemplaire des sahabas.
Le Troisième tome détaillée successivement la foi des sahabas en l’invisible, leur attachement à la prière, leur science profonde, leur évocation constant d’Allah et leurs supplications ferventes. Cette relation impressionnante avec Allah s’exprime dans leurs discours et leurs lecons de morale et culmine dans les aides miraculeuses et les causes des aides miraculeuses.
Vie Des Compagnons | Hayat As Sahabas Français/Arabic | 3 Vols Set.
‘कांस्टीट्यूशन ऑफ़ इंडिया’ को ‘कांस्टिट्यूशन ऑफ़ इंदिरा’ बनाने वाले अब दे रहे हैं संविधान की दुहाई; जयराम ठाकुर
Mandi News: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग मंडल के परवाड़ा में आयोजित “संविधान गौरव अभियान” को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ गांधी नेहरू परिवार के हितों के बचाव के लिए हमेशा संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं। कांग्रेस की नेता रही स्वर्गीय इंदिरा गांधी को न्यायालय के समक्ष पेश न होना पड़े उसके लिए भी संविधान में संशोधन करदिए गए। कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के दौरान 75 से ज्यादा संविधान संशोधन किए। कांग्रेस पार्टी की नेताओं और गांधी नेहरू परिवार ने सदैव अपने आप को संविधान से ऊपर रखने का प्रयास किया। जब मन आया संविधान में संविधान अनुसार संशोधन किया और अपने मन माफिक चीजें संविधान में जोड़ी जिससे उन्हें सत्ता में बने रहने में मदद मिल सके। कांग्रेस द्वारा संविधान की उद्देश्यिका में भी बदलाव किया जिसे बाबा साहब ने संविधान की मूल आत्मा बताया था। कांग्रेस ने “कांस्टीट्यूशन ऑफ़ इंडिया” को “कांस्टिट्यूशन ऑफ़ इंदिरा” बना कर रख दिया था। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने अपने कार्यालय के दौरान 90 बार अनुच्छेद 356 का प्रयोग कर विपक्षी पार्टियों की सरकार को बर्खास्त किया। आज सत्ता से कुछ दिन बाहर रहने के बाद कांग्रेस के नेता जो संविधान की दुहाई दे रहे हैं वास्तव में उनका चरित्र और व्यक्तित्व सदैव संविधान विरोधी रहा है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत रत्न बाबा साहब का कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने हमेशा अपमान किया है। बाबा साहब का अपमान करना ही कांग्रेस पार्टी, गांधी-नेहरू परिवार की पॉलिसी और लीगेसी रही है। बाबा साहब के अपमान का कोई भी मौका कांग्रेस के नेताओं ने आज़ादी के पहले भी नहीं छोड़ा और आज़ादी मिलने के बाद भी नहीं छोड़ा। उन्हें चुनाव जीतने से रोका, उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर निकालने के कुत्सित प्रयास किए। चुनाव मे हरवाने के बाद उपचुनाव में भी हरवाने की साजिशें रची गई। डित जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने बाबा साहब के 74333 वोट निरस्त करवाए। सरकारी में अपने परिजनों को सत्ता में रहते ही भारत रत्न देने वाले बाबा साहब को अपनी सरकार में भारत रत्न भी नहीं दिया। यह सब इतिहास में दर्ज है। दुखद यह है कि कांग्रेस ने बाबा साहब के साथ किए अपमान और साजिशों के बारे में देश दुनिया को पता भी नहीं चलने दिया।
बाबासाहब के इस्तीफे के बाद सदन में उन्हें बोलने तक नहीं दिया गया। अपने त्याग पत्र में बाबा साहब ने लिखा था कि “मैं वित्त और उद्योग क्षेत्र में पढ़ा-लिखा था, मगर मुझे उससे जुड़ा एक भी विभाग नहीं दिया गया और एक भी संसदीय कमेटी का हिस्सा नहीं बनाया गया। मुझे कानून मंत्रालय दिया तो गया, मगर ईमानदारी से काम नहीं करने दिया गया। मुझे हिंदू कोड बिल के कार्य को पूरा नहीं करने दिया गया। नेहरू द्वारा केवल मुसलमानों की चिंता की गई, लेकिन एससी और एसटी को उचित संरक्षण प्रदान नहीं किया गया। प्रधानमंत्री का सारा ध्यान मुस्लिम समुदाय के प्रति समर्पित रहता है। मुसलमानों को दिए जा रहे संरक्षण से मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन क्या देश में केवल मुसलमानों को ही सुरक्षा की आवश्यकता है?”
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र में जब भाजपा के सहयोग से सरकार आई तो बाबा साहब को भारत रत्न दिया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार आई, तो अंबेडकर सेंटर बनकर तैयार हुआ। मोदी की सरकार ने लंदन में जहां बाबा साहब रहे थे, वहां उनकी एक स्मृति बनाई, दिल्ली में उनके निवास स्थान पर स्मृति स्थापित की, नागपुर की दीक्षा भूमि और मुंबई की चैत्य भूमि में भी स्मृतियाँ बनाई। भाजपा ने बाबा साहब की स्मृति में ‘पंच तीर्थ’ बनाए जबकि कांग्रेस ने अपने परिवार के नेताओं के नाम पर हज़ारों की संख्या में स्मारक बनवाए और लाखों की संख्या में भवनों सड़कों का नाम भी अपने परिवार के नाम पर रखा। इस मौके पर स्थानीय भाजपा नेताओं पदाधिकारी के साथ स्थानीय लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।
#ConstitutionOfIndia #ConstitutionOfIndira #himachalNews #JairamThakur
Calibre-Web-Automated: Release 3.0.1
I didn't copy in the updates this time because there are so many, and I can't tell what's important since I haven't tried this one out yet. See the link above for the changes :)
More info for those that aren't familiar
Calibre, while a fantastic tool for its age, has several problems when containerised, including its reliance on a KasmVNC server instance for the UI, which is near impossible to use on mobile and is relatively resource-heavy if you're running a small, lower power server like I am.For many, Calibre-Web has really swooped in to save the day, offering an alternative to a containerised Calibre instance that's resource-light and with a much more modern UI to boot.
However, when compared to full-fat Calibre, it unfortunately lacks a few core features leading many to run both services in parallel, each serving to fill in where the other lacks, resulting in an often clunky, imperfect solution.
Goal of the Project 🎯
Calibre-Web Automated aims to be an all-in-one solution, combining the modern lightweight web UI from Calibre-Web with the robust, versatile feature set of Calibre, with a slew of extra features and automations thrown in on top.
Release Version 3.0.1 · crocodilestick/Calibre-Web-Automated
Version 3.0.1 Release Notes Update to fix the 500 Internal Server Error being encountered by some new users / those installing V3.0.0 fresh Version 3.0.0 - CWA Reborn 🚀 No Longer EPUB only, Lots of...GitHub
Latest Terms in the Stimpunks Glossary for January 2025
As we go about our work, we expand our glossary, which is currently at 388 terms in English and 423 terms across all languages. We added 7 new terms in the past month.
Latest Terms
Here are the latest terms:
- Lowering the Bar
- Media Literacy
- Autistic Shielding
- Dopamine Dressing
- Imposter Syndrome
- Biophilic Design
- Resilience
Previously
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for December 2024
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for November 2024
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for October 2024
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for September 2024
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for August 2024
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for July 2024
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for June 2024
- Latest Terms in the Stimpunks Glossary for May 2024
Autistic Shielding - Stimpunks Foundation
Shielding is an aggressive act of protecting myself by being authentically strange.Stimpunks Foundation
Lilbits: Apple scraps an AR glasses project, Linux app support for Android, and AYANEO’s handheld gaming PC with modular controllers
The Apple Vision Pro has widely received positive reviews for offering an amazing mixed reality experience. But they’ve also been a niche device since launch, at least partially because of their $3,499 price tag.
Apple has been working on several other augmented reality projects, but according to a report from Bloomberg the company has decided to scrap work on a cheaper, smaller pair of […]
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Read more: liliputing.com/lilbits-apple-s…
आदिवासी महिला को मारपीट के बाद निर्वस्त्र करके घुमाया, 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज; 12 आरोपी गिरफ्तार
Gujarat News: गुजरात के दाहोद जिले में विवाहेतर संबंधों के शक में 35 वर्षीय आदिवासी महिला की उसके ससुर ने अन्य लोगों के साथ मिलकर पिटाई की और उसे निर्वस्त्र कर घुमाया। घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक राजदीप सिंह जाला ने बताया कि यह घटना 28 जनवरी को संजेली तालुका के एक गांव में हुई।
12 लोगों को गिरफ्तार किया
उन्होंने बताया, ’29 जनवरी को 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हमने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार पुरुष, चार महिलाएं और चार नाबालिग शामिल हैं। घटना की सूचना मिलने पर हमने महिला को बचाया, जिसे उसके ससुर ने घर के अंदर बंद कर दिया था।’ अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर अपहरण, गलत तरीके से बंधक बनाने, महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने और हमला करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
पीड़िता का गांव के शख्स के साथ चल रहा था अफेयर
उन्होंने बताया कि भीड़ में शामिल जिन लोगों ने इस कृत्य का वीडियो बनाया और उसे प्रसारित किया, उन पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिकी के अनुसार, पीड़िता का गांव के ही एक व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध था और वह घटना वाले दिन उससे मिलने गई थी।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के ससुर बहादुर दामोर और उसके पति के भाई संजय दामोर कुछ महिलाओं सहित लोगों के एक समूह के साथ उस व्यक्ति के घर में घुसे और पीड़िता पर हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने महिला के कपड़े फाड़ दिये और उसके हाथ जंजीर से बांधकर उसे गांव में घुमाया।
मोटरसाइकिल से बांधकर सड़क पर घसीटा
प्राथमिकी के अनुसार, इसके बाद उसे मोटरसाइकिल से बांधकर मुख्य सड़क पर घसीटा गया और घर ले जाकर अंदर बंद कर दिया गया। विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रुशिकेश पटेल ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किय गया है।
[Blender] Making Flow, le chat qui n’avait plus peur de l’eau – Interview with director Gints Zilbalodis
Making Flow – Interview with director Gints Zilbalodis
In this interview, Gints Zilbalodis, writer and director of the film, shares how Blender was instrumental in the creation of the film.Francesco Siddi (blender.org)
चिट्टे की लत से बर्बाद हो रहे हिमाचल के युवा, सभी को सामूहिक रूप से नशे के खिलाफ चलानी होगी मुहिम; प्रतिभा सिंह
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में नशीली दवाओं का बढ़ता दुरुपयोग राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय है. इस संबंध में विधानसभा के अंदर और विधानसभा के बाहर दोनों जगह यह पक्ष-विपक्ष के सदस्य चिंता जाहिर कर चुके हैं. प्रदेश में युवाओं के बीच नशे का बढ़ता प्रचलन सभी के लिए चिंता का विषय बन गया है.
अब हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी इसे लेकर चिंता जाहिर की है. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष ने नशे की रोकथाम के लिए एक प्रदेशव्यापी मुहिम चलाई जाने की जरूरत की तरफ ध्यान दिलाया है. प्रतिभा सिंह ने चिट्टे के इस्तेमाल के बढ़ते मामलों को लेकर भी दु:ख व्यक्त किया. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेशव्यापी मुहिम के जरिए प्रशासन के साथ समाज के सभी वर्गों को इसमें शामिल होने की जरूरत है.
‘चिट्टे की लत लगाकर बर्बाद हो रहे हैं युवा’
प्रतिभा सिंह ने कहा कि इस बुराई का जड़ से ख़ात्मा किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि चिट्टे के चंगुल में फंसकर युवा अपनी जान गंवा रहे हैं. यह चिंता का विषय है. गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में आए दिन नशे की ओवरडोज से युवाओं के जान गंवाने की खबरें आ रही हैं. पुलिस भी लगातार कार्रवाई करते हुए तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे डाल रही है, लेकिन बावजूद इसके यह सभी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.
सामूहिक रूप से कोशिश करना जरूरी- प्रतिभा सिंह
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि चिट्टे और अन्य तरह के नशे की चपेट में आकर हज़ारों परिवार उजड़ गए हैं. इसमें कई लोग नशे के अवैध कारोबार से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि नशे की इस बुराई को जड़ से ख़त्म करने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है. प्रतिभा सिंह ने उन संस्थाओं की भी तारीफ की है, जिन्होंने सूचना देने के आधार पर नकद राशि देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि यह नशे को खत्म करने में मदद करेगा. प्रतिभा सिंह ने कहा कि सभी को एक साथ आकर नशे के खिलाफ मुहिम चलाने की जरूरत है, ताकि इस बुराई को खत्म किया जा सके.
नशे के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स का गठन
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में नशीली दवाओं का बढ़ता दुरुपयोग राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय है. इस संबंध में विधानसभा के अंदर और विधानसभा के बाहर दोनों जगह यह पक्ष-विपक्ष के सदस्य चिंता जाहिर कर चुके हैं. हिमाचल प्रदेश में गठित होने वाली स्पेशल टास्क फोर्स को विशेष प्रशिक्षण और डेडीकेटेड कमांडो फोर्स के साथ तैयार किया जाएगा. इसमें नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ प्रशिक्षण भी शामिल होगा. स्पेशल टास्क फोर्स के लिए कुछ कर्मी पुलिस विभाग से लिए जाएंगे. फोर्स में कुछ कर्मचारी अन्य बलों से शामिल किए जाएंगे. स्पेशल टास्क फोर्स के मुख्य उद्देश्यों में नशीली दवाओं की तस्करी के नेटवर्क को बाधित करना और नष्ट करना होगा.
मंडी में घोड़ों और खच्चरों में फैलने वाली ग्लैंडर्स बीमारी से दहशत का माहौल, इंसानों में फैलाने का खतरा
Mandi News: मंडी जिले में घोड़ों और खच्चरों में फैलने वाली ग्लैंडर्स बीमारी से दहशत का माहौल बन गया है. मंडी के समौण से लिया घोड़ों के रक्त का सैंपल राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र हिसार में जांच के दौरान पॉजिटिव निकला है. घोड़ों के खून के नमूने की जांच के बाद रोग के लक्षण पाए गए हैं.
ग्लैंडर्स एक संक्रामक और गंभीर रोग है, जो घोड़ों-खच्चरों और गधों में पाया जाता है. यह बीमारी बर्कहोल्डरिया मैलेई नामक जीवाणु के कारण घोड़े और खच्चरों में फैलती है.
इंसानों में भी फैलने का खतरा
यह रोग घातक होता है और इसका इंसानों में भी फैलने का खतरा रहता है. इस बीमारी के जीवाणु पशुओं के शरीर में फैल जाते हैं, जिससे शरीर में गांठें पड़ जाती हैं. मुंह से खून निकलने लगता है और सांस संबंधी तकलीफें भी बढ़ जाती हैं. घोड़ों में इस बीमारी की पुष्टि होने पर संक्रमित पशु को मार देना ही एकमात्र समाधान होता है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
हिमाचल प्रदेश पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. रवि ठाकुर ने बताया कि मंडी में गलैंडर्स बीमारी का एक मामला दर्ज किया गया है. रिपोर्ट एनआरसी केंद्र हिसार से पॉजिटिव आई है. उन्होंने बताया कि मामले के सामने आने के बाद क्षेत्र को कंट्रोल जोन घोषित करने की कार्रवाई की गई है.
बीमारी को रोकने की कोशिश जारी
डॉ. रवि ठाकुर ने बताया कि इस क्षेत्र में घोड़ों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. शिमला और मनाली जैसे क्षेत्रों से भी सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं और उनकी जांच की जा रही है ताकि बीमारी अन्य क्षेत्रों में न फैले. अगर अन्य जगह भी मामले आते हैं तो उन जगहों को भी कंट्रोल जोन घोषित किया जाएगा. ग्लैंडर्स एक संक्रामक और घातक जीवाणु संक्रमण है जो बर्कहोल्डरिया मैलेई के कारण होता है.
महाकुंभ में टूटा गंगा नदी पर बना पीपा का पुल, कई श्रद्धालु दबे होने की आशंका; पुलिस और फायर ब्रिगेड रेस्क्यू ऑपेरशन में जुटी
Mahakumbh News: प्रयागराज महाकुंभ में एक और हादसा हुआ है. शुक्रवार दोपहर के समय संगम क्षेत्र से बाहर फाफामऊ इलाके में गंगा नदी पर बना पीपा का पुल अचानक से टूट गया. पुल टूट जाने से कई लोगों के दबे होने की आंशका जताई जा रही है.
फिलहाल मौके पर स्थिति गंभीर बनी हुई है. पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम रेस्क्यू ऑपेरशन में जुटी है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बता दें कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान के दिन संगम क्षेत्र में भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 60 घायल हो गए थे.
बदा दें कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन से भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. प्रयागराज शहर क्षेत्र से लेकर संगम क्षेत्र तक श्रद्धालुओं की तांता लगा हुआ, जिधर देखो श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आ रहे हैं. ये सभी बसंत पंचमी स्नान के लिए संगम क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं. वहीं अन्य श्रद्धालुओं का भी आगमन हो रहा है.
फाफामऊ में गंगा नदी पर बना है ये पुल
ये हादसा जिस फाफामऊ इलाके में हुआ है, वहां से संगम की दूरी करीब 10 किलोमीटर है. इस रास्ते से लखनऊ, रायबरेली, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ के श्रद्धालु आ-जा रहे हैं. फाफामऊ में गंगा नदी पर एक टू लेन का पुल बना है. महाकुंभ को देखते हुए प्रशासन ने टू लेन पुल से सटाकर पीपा का पुल बनवाया है. इसके अलावा एक स्टील ब्रिज भी बनाया गया है, जिससे श्रद्धालु आ-जा रहे हैं.
पुल को सही कर लिया गया
फिलहाल फाफामऊ में हुए हादसे के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड का दावा है कि पुल को दुरुस्त कर लिया गया है. सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं. किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है. हालांकि वायरल हो रहे वीडियो में एक शख्स यह साफ कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि कई लोग दब गए हैं. यहां पर पुलिस-प्रशासन का कोई व्यक्ति नहीं है. प्रयागराज के छात्र मदद कर रहे हैं.
मौनी अमावस्या पर 30 श्रद्दालुओं की हुई ती मौत
बता दें कि महाकुंभ में छिटपुट घटनाएं इस समय हो रही हैं. मौनी अमावस्या स्नान पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 60 श्रद्धालु घायल हो गए थे. इनमें से 24 को तो उनके परिजन प्राथमिक इलाज के बाद अपने साथ ले गए थे, जबकि 36 का अभी भी अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
मार्च में मुख्यमंत्री सुक्खू पेश करेंगे बजट, आत्मनिर्भर हिमाचल की दिखेगी झलक; सचिवालय में बैठकों का दौर जारी
Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा है कि बजट सत्र का शुभारंभ मार्च के पहले सप्ताह में होगा। इस दौरान कुल 18 से 20 बैठकें होंगी। कुलदीप सिंह पठानिया ने यह बात पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कही। बजट सत्र को लेकर निर्णय मंत्रिमंडल की आगामी बैठक में लिए जाने की संभावना है।
मंत्रिमंडल में बजट सत्र की अवधि को लेकर प्रस्ताव राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के अनुमोदन के लिए राजभवन भेजा जाएगा, जिसके बाद इसको लेकर अधिसूचना जारी होगी। सत्र का शुभारंभ राज्यपाल के अभिभाषण से होगा तथा उसके बाद अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा होगी।
आत्मनिर्भर हिमाचल की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की दिखेगी झलक
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जिनके पास वित्त विभाग भी है, वह वित्त वर्ष 2025-26 के बजट को प्रस्तुत करेंगे। यह उनका लगातार अपना तीसरा बजट होगा, जिसमें हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों की झलक देखने को मिल सकती है। बजट प्रस्तुति के बाद इसको लेकर पक्ष एवं विपक्ष के सदस्य चर्चा करेंगे, जिसका उत्तर मुख्यमंत्री देंगे। सत्र के दौरान 2 दिन गैर-सरकारी सदस्य दिवस के लिए निर्धारित किए जाने की संभावना है।
3 व 4 फरवरी को होंगी विधायक प्राथमिकता बैठकें
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में वार्षिक बजट 2025-26 में विधायकों की प्राथमिकताओं के निर्धारण के लिए 2 दिवसीय बैठकों का आयोजन 3 और 4 फरवरी को हिमाचल प्रदेश सचिवालय में किया जाएगा। सरकार की तरफ से इस दौरान वार्षिक योजना 2025-26 के आकार को भी निर्धारित किया जाएगा। वार्षिक योजना का यह आकार 10000 करोड़ रुपए रहने की संभावना है। बैठक में विधायकों से मित्तव्ययता उपायों, वित्तीय संसाधन जुटाने एवं बेहतर प्रशासन के संदर्भ में प्राप्त सुझावों पर भी चर्चा होगी।
सचिवालय में बैठकों का दौर जारी
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मध्य प्रदेश एवं दिल्ली प्रवास से लौटने के बाद अब बजट की तैयारियों को लेकर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके लिए फिर से बैठकों का दौर शुरू हो जाएगा। प्रदेश सचिवालय में वित्त एवं योजना विभाग की तरफ से आगामी बजट की तैयारियों को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है।
हिमाचल में नहीं है एक भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, केंद्र सरकार को पूरा खर्च वहन कर करवाना चाहिए निर्माण; सीएम सुक्खू
Himachal News: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को सोलन में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में एक भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा नहीं है तथा इसके निर्माण का पूरा खर्च केंद्र सरकार को वहन करना चाहिए।
इसके साथ ही भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी और चंडीगढ़-बद्दी रेल लाइन को बिछाने का पूरा खर्च भी केंद्र सरकार को उठाना चाहिए। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा किसोलन-परवाणू फोरलेन की स्थिति सबसे दयनीय है क्योंकि इसकी डिजाइनिंग सही ढंग से नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनकी चर्चा केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से हुई है और उन्होंने इस फोरलेन की रि-डिजाइनिंग और रि-एलाइनमेंट करने की मांग की है। एक अन्य प्रश्न के जवाब में सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक छोटा प्रदेश है जिसकी आबादी लगभग 70 लाख है इसलिए 153 आईएएस अधिकारी रखना उचित नहीं है।
आईएफएस अधिकारियों को भी कम करना चाहती है सरकार
इसे देखते हुए राज्य सरकार ने नए कैडर में नए आईएएस और आईपीएस अधिकारी लेने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 115 आईएफएस अधिकारियों को भी कम करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रही है, इसलिए सभी विभागों में सकारात्मक बदलाव के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रशासनिक दखलअंदाजी को कम करके लोगों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव लाना चाहती है।
इससे पहले, सुक्खू, डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल की ओर से आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल, विधायक विनोद सुल्तानपुरी, बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम निदेशक मंडल के सदस्य जतिन साहनी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश ठाकुर व सुरेंद्र सेठी, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
किन्नर अखाड़े के संस्थापक ने ममता कुलकर्णी से छीना महामंडलेश्वर पद, अखाड़े से भी किया बाहर; जानें क्यों
Mamta Kulkarni: किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी से महामंडलेश्वर पद छीन लिया. और उन्हें किन्नर अखाड़े से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया है. इसके साथ ही ममता को यह पद देने वाले लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े से निष्कासित कर दिया है.
आखिर ममता से कहां और क्या भूल हुई कि उन्हें अखाड़े से निकाल दिया गया. चलिए जानते हैं किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता और लक्ष्मी नारायण की किन गलतियों से नाराज होकर उन्हें अखाड़े से निष्कासित कर दिया.
ऋषि अजय दास के मुताबिक, मैं बेमन से लक्ष्मी नारायण को उनके पद से हटा रहा हूं. जल्द ही नए सिरे से अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा और नए आचार्य महामंडलेश्वर के नाम का ऐलान होगा. इन लोगों ने वो गलतियां की हैं जो सनातन धर्म और अखाड़े के विरुद्ध हैं.
ये हैं वो तीन गलतियां
- ममता को वैजन्ती माला की जगह रुद्राक्ष की माला पहनाई गई
- ममता कुलकर्णी का मुंडन भी नहीं करवाया गया
- वैराग्य की दिशा के बजाय सीधा महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई
ऋषि अजय दास ने कहा- मैंने 2015 में किन्नर अखाड़े की स्थापना की थी और सतत कार्य कर रहा हूं. इस अखाड़े का निर्माण करने का और गठन करने का उद्देश्य था कि धार्मिक कार्य किए जाएं, धार्मिक कर्मकांड किए जाएं, कथाएं की जाएं, यज्ञ किए जाएं. लेकिन इन्होंने (लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी) कुछ भी नहीं किया. तब भी हमने इन्हें बर्दाश्त किया. लेकिन जब इन्होंने एक देशद्रोही और देशद्रोह में लिप्त स्त्री को आते ही महामंडलेश्वर की पदवी दे दी. यह बहुत ही गलत कार्य किया.
उन्होंने कहा, जब राष्ट्रहित की बात आएगी, देशहित की बात आएगी, समाजहित की बात आएगी तो मेरे जैसे व्यक्ति को खड़ा होना पड़ेगा और इसलिए यह सब घटनाक्रम देखते हुए और इनके भटकाव को देखते हुए मैं आज ममता कुलकर्णी और लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को उनके पदों से मुक्त करता हूं.
जल्द होगा नए आचार्य महामंडलेश्वर का ऐलान
किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने कहा है कि अब नए सिरे से अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा और जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर के नाम का ऐलान होगा. अजय दास ने कहा- लक्ष्मी नारायण ने पहले भी मेरी परमिशन के जूना अखाड़ा के साथ एक लिखित अनुबंध 2019 में प्रयागराज कुंभ में किया. जो कि अनैतिक ही नहीं एक प्रकार की चारसौबीसी है.
बेमन से करना पड़ रहा है निष्कासित
बोले- उन्होंने सनातन धर्म और देशहित को छोड़कर ममता कुलकर्णी जैसी देशद्रोह के मामले में लिप्त महिला जो कि फिल्मी दुनिया से जुड़ी है, उसे बिना किसी धार्मिक व अखाड़े की परंपरा को मानते हुए वैराग्य की दिशा के बजाय सीधा महामंडलेश्वर की उपाधि देकर पट्टा अभिषेक कर दिया. जिस कारण मुझे बेमन से उन्हें इस पद से मुक्त करना पड़ रहा है.
आगे कहा- ये लोग न तो जूना अखाड़े और न ही किन्नर अखाड़े के अनुरूप चल रहे हैं. उदाहरण के तौर पर किन्नर अखाड़े के गठन के साथ ही वैजन्ती माला गले में धारण करवाई गई थी, जो कि शृ्ंगार की प्रतीकात्मक है, परंतु इन्होंने उसे त्याग कर रुद्राक्ष की माला धारण कर ली. संन्यास कभी भी बिना मुंडन के नहीं होता. उन्होंने यहां भी गलती की है.
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पूर्व मंत्री रमेश धावला ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन, समानांतर संगठन बनाने की कही बात; शांता कुमार ने भी किया समर्थन
Himachal News: हिमाचल बीजेपी ( Himachal BJP) में टेंशन बढ़ने वाली है। पार्टी से नाराज चल रहे पूर्व मंत्री रमेश धवाला (Former minister Ramesh Dhawala) की जवाला फिर धधकने को तैयार है । धवाला ने देहरा में आज नाराज नेताओं की मीटिंग बुलाई, जिस में कार्यकर्ताओं की राय ली गई कि समानांतर संगठन (Parallel organizations)खड़ा करें या सरेंडर कर दें।
धवाला के अनुसार आज की बैठक में पिछली बार के पदाधिकारी शामिल थे। इन में 80 -90 फीसदी पदाधिकारी मौजूद थे। हम ने लोगों की राय लेने के लिए बैठक बुलाई है कि क्या हम समानांतर संगठन खड़ा करें या सरेंडर करें। धवाला ने देहरा के पूर्व निर्दलीय विधायक होशियार सिंह की एंट्री से नाराज नेताओं की यह मीटिंग बुलाई थी।
कुछ लोगों ने पार्टी को हाईजैक कर लिया है
धवाला ने कड़क तेवर दिखाते हुए कहा कि कुछ लोगों ने पार्टी को हाईजैक कर लिया है। हमने भी पार्टी के लिए कुर्बानी दी है, सब लोगों ने कुर्बानी दी है …लेकिन आज उन को दुत्कारा जा रहा है। जो हमारे अद्यक्ष है… हमारी पूरी टीम है वो हमारे से ऐसा बर्ताव कर रहे हैं। धृतराष्ट्र बनने से काम नहीं चलेगा। अगर समय पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले चुनावों में नुकसान हो सकता है। आने वाले समय में वे एक इसी तरह की बैठक करेंगे वहां से भी उन्हें फोन आ रहे हैं। इतना ही नहीं केजरीवाल पर भी धवाला बरसे।
शांता कुमार ने किया धवाला का समर्थन
जाहिर है गत दिवस पूर्व सीएम शांता कुमार (Former CM Shanta Kumar)ने भी धवाला की उस बात का समर्थनकिया था, जिसमें धवाला ने कहा था कि पुराने नेताओं की अनदेखी की जा रही है और कुछ दिन पहले कांग्रेस ( Congress) से आए नेताओं को पार्टी में तरजीह मिल रही है। शांता कुमार ने कहा कि नए नेताओं के स्वागत के साथ पुराने नेताओं को भी पार्टी में मान-सम्मान मिलना चाहिए ।उन्होंने कहा कि संकट के समय जिन बीजेपी नेताओं ने करोड़ों रुपये की थैली को ठोकर मारकर पार्टी के सम्मान की रक्षा की है, ऐसे नेताओं का सम्मान का ध्यान रखना चाहिए।
वीरेंद्र कंवर से मिलने की बात कही थी
इससे पहले रमेश धवाला ने पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर का जिक्र किया था और उनसे मिलने की बात कही थी। धवाला पूर्व मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय , पूर्व सांसद कृपाल परमार, पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, पूर्व विधायक बलदेव ठाकुर इत्यादि से संपर्क कर सकते है।
दलित महिला इंजीनियर को शराब पिलाकर किया यौन शोषण, दोस्तों के आगे नचाया; जानें पीड़िता की खौफनाक आपबीती
Kanpur News: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर में एक महिला इंजीनियर ने अपने प्रोजेक्ट मैनेजर पर गंभीर शोषण और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। महिला इंजीनियर का कहना है कि आरोपी ने शादी का वादा करके पहले दोस्ती की, फिर एक पार्टी के दौरान शराब पिलाकर उसे नशे की हालत में शारीरिक शोषण किया और दोस्तों के सामने नाचने को मजबूर किया। घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
शादी का झांसा देकर किया शोषण
महिला इंजीनियर ने बताया कि आरोपी ने उसे लंबे समय तक शादी का वादा किया और फिर शारीरिक शोषण किया। जब उसने शादी की बात की, तो आरोपी ने जातिगत टिप्पणी करते हुए उसे अपमानित किया। महिला के मुताबिक, जब उसने इसके खिलाफ विरोध किया, तो आरोपी ने मारपीट की और धमकियां दी। यह घटना IIT कानपुर के C3iHub सेक्शन के भीतर हुई थी, जहां दोनों आरोपी और पीड़िता काम कर रहे थे।
आईआईटी प्रशासन से शिकायत पर प्रतिक्रिया
पीड़िता ने पहले IIT कानपुर प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन वहां से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद महिला ने पुलिस में मामला दर्ज कराया और अब पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मेडिकल परीक्षण और अदालत में बयान दर्ज कराए हैं।
आईआईटी का बयान
आईआईटी कानपुर ने इस मामले पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि वह अपने समुदाय के सभी सदस्यों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक आंतरिक शिकायत समिति (ICC) बनाई है, जो जांच के निष्कर्षों के आधार पर उचित कार्रवाई करेगी।
आईआईटी ने यह भी कहा है कि मामले की गोपनीयता और गरिमा का सम्मान किया जाएगा और जांच पूरी होने तक किसी भी तरह की सार्वजनिक टिप्पणी से बचने का आग्रह किया है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया है, और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। यह मामला IIT कानपुर में सामने आई हाल की दूसरी घटना है, जिसमें एक रिसर्च स्कॉलर ने भी शादी के नाम पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।
समाज में सुरक्षा के उपायों की जरूरत
यह घटना IIT कानपुर के लिए एक गंभीर चेतावनी है, जहां महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों। साथ ही संस्थानों को भी अपनी आंतरिक शिकायत समितियों और प्रक्रियाओं को सख्ती से लागू करने की जरूरत है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।
‘Everybody is tired. The mood has changed’: the Ukrainian army’s desertion crisis
After three years of war, Ukraine is desperately short of soldiers, especially infantry. This has made it easier for Russia's army to advance in the east. There are structural issues too. New brigades have been built from scratch. They performed poorly. Ukraine's president, Volodymyr Zelenskyy, recently ordered a change in policy, with inexperienced recruits integrated into existing battalions.
‘Everybody is tired. The mood has changed’: the Ukrainian army’s desertion crisis
Some of those abandoning the frontline say the longer the war goes on, ‘the more people like me there will be’Luke Harding (The Guardian)